नई दिल्लीः बीएचयू में गुरुवार को जंतु विज्ञान विभाग के बीएससी पांचवें सेमेस्टर के पूरे बैच ने प्रोफेसर एसके चौबे के खिलाफ महिला उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ में बयान दिया।

बैच के 36 छात्र-छात्राओं में से दस ने अपने कलमबद्ध बयान में कहा कि प्रोफेसर क्लास रूम में फब्तियां कसने के साथ शारीरिक बनावट और निजी जिदंगी पर भी कमेंट करते थे। उनका कहना था कि शैक्षणिक टूर के दौरान खजुराहो में वहां कि मूर्तियों को लेकर भी प्रोफेसर ने हम लोगों से कमेंट किया। अन्य छात्र-छात्राओं ने इन आरोपों पर सहमति जताई है। इसके बाद जांच कमेटी ने टूर पर गए अन्य शिक्षकों का बयान दर्ज किया।

सूत्रों के अनुसार अन्य शिक्षकों ने छात्राओं की शिकायत को सही बताया। विश्वविद्यालय के महिला यौन उत्पीड़न निवारण प्रकोष्ठ की सदस्य प्रो. सुषमा घिल्डियाल ने कहा कि जांच विश्वविद्यालय का आंतरिक मामला है। इसलिए रिपोर्ट का कोई हिस्सा सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। जांच पूरी होने पर रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी जाएगी।