भारत, बांग्लादेश, नेपाल और भूटान के बीच सड़क समझौता
थिम्पू/नई दिल्ली ,। भारत और उसके तीन देशों ने परस्पर सड़क संपर्क बढ़ाने के लिए आज एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किये जिसके इन देशों के बीच यात्रियों और माल की आवाजाही सुनिश्चित हो सकेगी।इन चारों देशों के सम्बंधित मंत्रियों ने मोटर वाहन समझौते पर हस्ताक्षर और उसकी पुष्टि की। समझौते के अमल में आने से इस देशों के लोगों के बीच संपर्क बढ़ेगा और आर्थिक गतिविधियों में भी वृद्धि होगी। समझौते पर भारत की ओर से सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, बांग्लादेश के परिवहन और पुल मंत्री ओबैदुल कादर , भूटान के सूचना और संचार मंत्री डी एन ल्योपों और नेपाल के परिवहन एवं आधारभूत सरंचना मंत्री बिमलेंद्र निधि ने हस्ताक्षर किये।यह समझौता दक्षिण एशिया क्षेत्रीय सहयोग संगठन(सार्क) के बीच प्रस्तावित मोटर वाहन समझौते के अनुरूप है। सभी सार्क देशों के बीच यह समझौता अभी संभव नहीं हो पाया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गत 10 जून को बांग्ला देश, भूटान, भारत और नेपाल (बीबीआईएन) के बीच यात्री, निजी एवं कार्गो वाहनों के यातायात को नियंत्रित करने के मद्देनजर मंत्रिमंडल ने मोटर-वाहन समझौते पर हस्ताक्षर को मंजूरी दी थी ।बीबीआईएन समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद इस उपक्षेत्र में सड़क यातायात सुरक्षित, आर्थिक और पर्यावरण के लिहाज से अनुकूल होगा तथा प्रत्येक देश क्षेत्रीय समन्वय को स्थापित करने की दिशा में एक संस्थागत प्रक्रिया का सृजन करने में सक्षम होगा। यात्रियों एवं वस्तुओं की सीमा पार द्विपक्षीय आवाजाही से इन देशों को लाभ मिलेगा और इस क्षेत्र का सम्पूर्ण आर्थिक विकास हो सकेगा। इन चारों देशों की सीमाओं में यात्रियों एवं वस्तुओं की बेरोक आवाजाही का फायदा यहां के लोगों को मिलेगा।
इस समझौते के क्रियान्वयन पर आने वाले खर्च को प्रत्येक पक्ष स्वयं ही वहन करेगा।