पेंगूलिन की बेशकीमती सल्क समेत दो गिरफ्तार
पेंगूलिन की बेशकीमती सल्क समेत दो गिरफ्तार

मध्यप्रदेश के पेंच राष्ट्रीय उद्यान के घाटकोहका बफर रेंज के गांव में वन विभाग के अमले ने दुर्लभ पेंगूलिन की बेशकीमती सल्क :कांटेदार उपरी चमड़ी: सहित दो आरोपियों को कल गिरफ्तार किया है।

उद्यान के सहायक वन सरंक्षक :एसीएफ: के एस सेंगर ने आज यहां ‘भाषा’ को बताया कि दुर्लभ स्तनपाई जीव पेंगूलिन की सल्क के साथ करहैया गांव के निवासी विनोद मड़ावी :25 और सदाराम भलावी :31: को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है।

एसीएफ ने बताया कि आरोपियों ने खेत से लगे जंगल में पेंगूलिन का शिकार किया था। पेंगूलिन की बेशकीमती सल्क (कांटेदार ऊपरी चमड़ी) अलग करने के बाद पेंगूलिन का बचा मांस पकाते हुए दोनों आरोपियांे को वन अमले ने धर दबोचा।

उन्होंने बताया कि आरोपियांे के कब्जे से पेंगूलिन का पका हुआ मांस, शिकार में इस्तेमाल कुल्हाड़ी एवं पेंगूलिन की बेशकीमती सल्क (कांटेदार ऊपरी चमड़ी) जब्त की गई है। पेंगूलिन के शिकार में तस्करी से जुड़े गिरोह के शामिल होने की संभावना को देखते हुए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है।

संेगर ने बताया कि भोपाल से वन विभाग की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) मामले में छानबीन के लिए सिवनी रवाना हो गई है। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियांे ने मांस खाने के लिए पेंगूलिन का शिकार करने की बात स्वीकार की है।

गौरतलब है कि पेंगूलिन का सल्क अंतर्राष्ट्रीय बाजार में महंगे दामों में बेचा जाता है, जिसकी तस्करी भारत से बड़े पैमाने पर की जाती है। बीते साल 2015 में वन विभाग की भोपाल एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए पेंगूलिन सल्क की तस्करी से जुड़े कई आरोपियांे को प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से गिरफ्तार किया था। इनमें से करीब एक दर्जन आरोपी सिवनी जिले के कुरई क्षेत्र से गिरफ्तार किए गए थे। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ में पार्क क्षेत्र से लगे जंगल में पेंगूलिन जीवों का शिकार कर तस्करी करने की बात सामने आई थी।

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