राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगले महीने की शुरूआत में उत्तराखंड के दौरे पर आ रहे हैं। अलग-अलग तारीखों में प्रस्तावित इन दौरों में जहां राष्ट्रपति बदरीनाथ धाम के खुलने के पहले दिन उनके दर्शन करेंगे तो वहीं प्रधानमंत्री भी केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर मौजूद रहेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के तीन मई को प्रस्तावित दौरे और उसके बाद राष्ट्रपति मुखर्जी के पांच और छह मई के दो दिनी दौरे को लेकर उत्तराखंड में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
यहां जारी एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, इस संबंध में मुख्य सचिव एस. रामास्वामी ने आज सचिवालय में तैयारियों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को सुरक्षा, परिवहन, स्वास्थ्य, बिजली, पानी आदि की फूलप्रूफ व्यवस्था के निर्देश दिये।
पांच मई से शुरू हो रही दो दिवसीय दौरे पर राष्ट्रपति यहां स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वन अकादमी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करने के बाद अगले दिन छह मई को उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित बदरीनाथ धाम के दर्शन करेंगे।
पांच मई को जौलीग्रांट हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद राष्ट्रपति वहां से सीधे ही वन अकादमी रवाना हो जायेंगे। दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने के बाद वह राजभवन जायेंगे जहां वह रात्रि विश्राम करेंगे।
छह मई की सुबह वह भगवान विष्णु के धाम बदरीनाथ के लिये प्रस्थान करेंगे जहां दर्शन करने के बाद वह उसी दिन नयी दिल्ली रवाना हो जायेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार, वह तीन मई को सुबह जौलीग्रांट हवाई अड्डे पहुंचेंगे, और वहां से सीधा भगवान शिव के धाम केदारनाथ मंदिर रवाना होंगे। धाम में दर्शन-पूजन के बाद वह हरिद्वार स्थित पतंजलि योगपीठ जायेंगे। पतंजलि योगपीठ में शोध संस्थान के उद्घाटन के बाद वह उसी दिन वापस दिल्ली रवाना हो जाएंगे।
तीन मई को केदारनाथ और छह मई को बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने से पहले 28 अप्रैल को अक्षय तृतीया के दिन उत्तरकाशी जिले मे स्थित गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट भी श्रद्वालुओं के लिये खोल दिये जायेंगे जिसके साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा भी शुरू हो जाएगी।
( Source – PTI )