हरियाणा संस्कृत अकादमी ने राज्यस्तरीय पुरस्कार किए घोषित।

हिसार. वरिष्ठ स्तम्भकार और शिक्षाविद हिसार निवासी सुशील कुमार के नाम एक नई उपलब्धि और जुड़ गई है। हरियाणा संस्कृत अकादमी ने शनिवार को घोषित राज्यस्तरीय पुरस्कारों की सूची में उन्हें पुस्तक सम्मान पुरस्कार के लिए चुने जाने की घोषणा की है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा लिखित एकांकी संग्रह ‘वृक्षनाथपितामह: सुरक्षित:’ को अकादमी द्वारा वर्ष 2018 के लिए पुस्तक पुरस्कार सम्मान के लिए चुना है। उन्होंने अपनी इस पुरस्कार का श्रेय अपने गुरू डॉ. दयाकृष्ण पंत, विद्वान मित्रों मिथिलेश शर्मा, डॉ. मुकेश कुमार, इंद्रदेव शास्त्री,डॉ. मुरलीधर द्विवेदी, डॉ. अशोक कुमार, आचार्य देवदत्त, डॉ. सुखबीर दुहन, जयपाल शास्त्री,सुरेश शास्त्री, आत्मप्रकाश शास्त्री, पुरषोत्तम शास्त्री, मुरारी लाल शास्त्री, श्रीभगवान शास्त्री, सूरज शास्त्री, बलवान पारता, मनोज सिसाना, मनोज मिश्रा सतनाली, शिवकांत कुरुक्षेत्र, आचार्य रणबीर शास्त्री, शिवदत्त शास्त्री,सुदेश शास्त्री,डॉ. जोगेंद्र कुमार,सत्यपाल शर्मा,नीलम शास्त्री, सुमन शास्त्री, जयप्रकाश शास्त्री, सुभाष शास्त्री,पंकज शास्त्री आदि को दिया है।

गद्य-पद्य दोनों विधाओं में लेखन का है अनुभव

लेखक एक राष्ट्रीय दैनिक समाचार पत्र में पूर्व मुख्य उपसम्पादक भी रह चुके है। लेखन में 20 वर्ष का अनुभव है। गद्य और पद्य दोनों विद्याओं में लेखन करते है। व्यंग्य और सामयिक लेखन में विशेष रुचि है। एक पुस्तक प्रकाशित हो चुकी है, दो अभी प्रकाशनाधीन है।विभिन्न समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में उनके लेख प्रकाशित होते रहते हैं। वर्तमान में स्वंतत्र लेखन और शिक्षण कार्य से जुड़े हैं।

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