कोलंबो,। श्रीलंका के विदेशमंत्री मंगला समरवीरा ने आज कहा कि उनकी सरकार मेलमिलाप के लिए सभी तमिल समूहों से बातचीत करने को तैयार है और वह नहीं चाहती कि देश में एक बार फिर खूनी संघर्ष हो।लंदन में तमिल समूहों के साथ हाल की वार्ता पर विपक्ष की आलोचनाओं का जवाब देते हुए समरवीरा ने कहा कि उनकी सरकार उन समूहों से, खास तौर पर चरमपंथी विचार रखने वाले समूहों से वार्ता करने को अत्यंत महत्वपूर्ण मानती है। उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका, नार्वे और स्विट्जरलैंड की सरकारों के प्रतिनिधियों तथा तमिल नेशनल अलायंस के सदस्यों के साथ विदेशों में रहने वाले तमिलों के समूह ग्लोबल तमिल फोरम के एक प्रतिनिधि ने इस वार्ता में हिस्सा लिया था।समरवीरा ने कहा कि मैत्रीपाला सिरीसेना सरकार नहीं चाहती है कि श्रीलंका फिर एक बार और खूनी संघर्ष और हिंसा में फंसे। समरवीरा ने संसद को बताया कि विदेश मंत्री बनने के बाद से मैं अपना पूरा वक्त उन पुलों को बनाने में लगा रहा हूं जो टकरावों के वर्षों के दौरान जला दिए गए। उन्होंने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के शासनकाल के दौरान श्रीलंका को अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो अलगाव का सामना करना पड़ा, उनकी सरकार उसे खत्म करना चाहती है।