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रात के व्यापारी रात नै ए जा लिए…. - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
सुशील कुमार 'नवीन' अफसर तो भई अफसर ही होते हैं। उनके मुख से निकला हर वर्ण पत्थर की लकीर की तरह होता है। अब ये उन पर निर्भर है कि वो अपने मातहतों से चाहे मूसे(चूहे) पकड़वाए या उन पर लार टपकाने वाली बिल्ली। कुत्तों की प्रजातियों की गणना करवाये…