भूख से न मरे कोई मेरे देश में

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भूख से न मरे कोई मेरे देश में,ऐसा राष्ट अब चाहिये |
पटेल का स्टेचू नहीं,पटेल जैसा नेता हमे अब चाहिये ||

हो विकास सभी का,पर पहले भूख का निदान होना चाहिये |
सब कानूनों से पहले,संसद में भूख पर कानून बनना चाहिये ||

प्यासे मर रहे है लोग देश में,पहले उनकी प्यास बुझानी चाहिये |
मिल जाये सभी को पानी हर जगह,ऐसा प्रबन्ध अब होना चाहिये ||

सूख गये सभी सरोवर नदी देश के,पहले उनको पानी चाहिये |
जीवन जिनका पानी है,इन जीव जन्तुओ पहले पानी चाहिये ||

कर दिया है आरक्षण ट्रेनों में,गरीब को बैठने को जगह चाहिये |
बुलेट ट्रेन चलाने से पहले,सबको रेल में सफर का स्थान चाहिए ||

बीड़ा उठाया है भारत को स्वच्छ करने का,पहले स्वयं स्वच्छ हो जाना चाहिये |
233 सांसद है दागी संसद में,पहले उनको संसद से बाहर लाना चाहिये ||

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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