pravakta.com
मेरे अस्तित्व का आलिंगन करती कुछ रेखाएँ ! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मेरे अस्तित्व का आलिंगन करती कुछ रेखाएँ; असीम से आती हैं; आकाश से आ मुझे झाँक जाती हैं, आँक कर कहीं चली जाती हैं ! मैं अंतस में उनकी ऊर्जा का आलोड़न अनुभव करता हूँ, तरता हूँ; तैरता हूँ, तरंगों में भर उठता हूँ, तड़पन से निकलता हूँ ! वह…