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बुढ़ापा नहीं है 'अंत' - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
हिमांशु प्रभाकर अक्सर लोग बूढ़े व्यक्ति की अवस्था देखकर उसे इच्छा विहीन समझ लेते हैं और ऐसी व्यवस्था बनाते हैं जिनकी खुशियों के उत्सव में उसकी भागीदारी का कोई अर्थ नहीं बचता । वैसे देखे तो हमारी प्राचीन परंपरा भी इसी दिशा की ओर इशारा करती है जो बूढ़े को…