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एक गजल मोहब्बत पर - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
तुम सामने आ जाओ,मेरे सोये जज्बात जग जाये मेरी मोहब्बत के सफर में एक नया रंग आ जाये करता हूँ की इसलिए हर वक्त मैं तू जन्नत से उतर कर मेरे साथ संग आ जाये छोड़ दू मैखाना मैं जाना ता उमर जिन्दगी अगर तू मेरे नशे का एक अंग बन…