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आदेश समझ लो ! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
सुनो थोड़ी मेरे मन की भी ओ सरकार मेरे … भटक रहे हैं हम कबसे गुहार लिए । थोड़ी हमारी जरूरत है फिर भी इतनी तकलीफ ! बड़ा बहुत प्रताप तुम्हारा तुम सरकार बड़े । हमको थोड़ी रोटी दे दो मेहनत हम कर लेंगे थोड़ा हमको पानी दे दो…