pravakta.com
है ! मानुष मन में जरा धीरज धरे। - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
है ! मानुष मन में जरा धीरज धरे।ये कोरोना आया है,एक दिन जरूर टरे।।जो आवत है वो जावत है,ये प्रकृति नियम न टरे।जो जन्मा है उसे मरना है इसमें संशय जरा न करे ।।ये माया तो आवत जावत है काहे इसके फेर में परे।जब तक है कोरोना तब तक घर…