मिलन सिन्हा
जनता आज
द्रौपदी बन गयी है
पांडवों की ईमानदारी
कल की बात हो गयी है
कृष्ण का अता-पता नहीं
गलत को ही लोग
कह रहे हैं सही
द्रौपदी का है बुरा हाल
फैला है चारों ओर
छल -प्रपंच का जाल
प्रशासन के कारनामे
हैं कमाल, बेमिसाल
दु:शासन का
बढ़ रहा अत्याचार
जिधर देखो, मिलेगा
उसी के चाटुकार
और उसी का दलाल
हो रहा है वह निरंतर
निरंकुश एवं मालामाल !