प्रसंगवश– भूतपूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल की मौत

rahulप्रिय पाठकों/मित्रों,

पिछले 2-3 दिन के घटनाक्रम से में हैरान/हतप्रभ हूँ और कुछ लोगो के कुकुर विलाप ने मुझे और परेशान कर दिया।।

एक साधारण आदमी जो 6 साल फ़ौज की नौकरी करके चौकीदार के पद से रिटायर होने वाले आदमी को 3०००० की पेंशन OROP के बाद मिलने लगी जिसमे से उसके बेटे ने खुद स्वीकार किआ है की 25००० मिलती थी 5००० ना मिलने से परेशान थे, कुछ सवाल मन में उबाल मार रहे। …..

आदरणीय खुजलीवाल जी,पप्पू भय्या जी,

हम आपकी पीड़ा समझ सकते है कि मोदी जी के कारण आपका जीना हराम किया हुआ है और आपकी जिंदगी दिल्ली की तरह  एक नरक से बदतर हो चुकी है।

आपकी तनख्वाह काफी कम है और LG उसे बढ़ाने दे नही रहे जैसे पूर्व सैनिक राम किशन की पेंशन कम थी और उसने आत्महत्या कर और आपने उसे शहीद करार कर,  एक मिसाल कायम की है।

इसलिए आप भी कृपा करके देश हित में आत्महत्या कर ले क्योंकि आपकी जिंदगी की जरूरत ना तो अब दिल्ली को है ना आपको खुद।

आपका देश के लिए ये बलिदान अवश्य याद रखा जाएगा क्योंकि आत्महत्या करने वाला तो शहीद कहलाता है।

देश की जनता आपसे वादा करती है कि वो मोदी जी से ना सिर्फ आपको शहीद का दर्ज़ा दिलवाएगी वरन् 10 करोड़ रु भी दिलवाएगी।

१. राहुल गांधी ने गेट पर पहुचते ही कहा उसका परिवार मुझसे मिलना चाहता है ये मुझे अंदर नहीं जाने दे रहे,. क्यों? क्या राहुल गांधी उस परिवार के संपर्क में थे ? क्या राहुल गांधी को उसके परिवार ने बुलाया था ?
२. इतने लव लश्कर और मीडिया के साथ जाना। मीडिया को किसने बताया की राहुल गांधी आ रहे है? और मनीष सिसोदिया, केजरीवाल भी ?

३. शव के पोस्टमॉर्टम न करने के लिए परिवार के लोगो ने पुलिस और अस्पताल कर्मियो से हाथापाई क्यों की?

४. बिना किसी सोच के गेट पर पहुँचते ही ये कैसा हिंदुस्तान मोदी जी बना रहे है? का बार बार रटना क्या दर्शाता है?
५. किसी से फ़ोन पर बात करते हुए बेहयाई सी हंसी क्यों आ रही थी राहुल गांधी को?
६. मरने वाले को फ़ोन करके उसका बेटा काल रिकॉर्ड क्यों करता है ओ भी रिंग जाने के साथ ही ? सामान्यता कोई बेटा अपने बाप से बात करते हुए कॉल रेकॉर्ड करता है क्या ?

७. और सबसे बड़ा सवाल ? सुसाइड नोट कम्प्यूटर से लिखा गया ? किसने लिखा ? क्या मरने वाले को लिखना नहीं आता था पर टाइप करना आता था ? इतनी गरीबी में कम्प्यूटर घर पर था या साइबर कैफे में जाकर मारने वाले ने जहर खाने के पहले सुसाइड नोट लिखवाया?

८. सुसाइड नोट उसके बेटे को मिला कहा और कैसे?
९. मेजर जेनेरल रिटायर्ड सतबीर सिंह ने कहा की मरने वाला जंतर मंतर पर कभी नही आया? तो मारने वाले ने खुद को OROP का मसीहा बनाने की कैसे ठानी ?

१०. मरने वाले के जवान बेटे अपने घर के लिए मेहनत मजदूरी या जिस भी लायक हो, अपना व्यवसाय इत्यादि क्यों नही करते? पिता की पेंशन पर जोंक बनके क्यों बैठे हुए थे?

११. और आखिरी सवाल। ..

एक चौकीदारी से रिटायर्ड आदमी को कितनी पेंशन मिलनी चाहिए ?

मोदी जी एक बात याद रखिएगा , अगर इस बार भी रोहित, jnu , दलित को जलने की झूठी घटना, और एखलाक की तरह आप बैकफुट पर ही रहे और त्वरित जाँच और तथ्य ना पकड़े तो समझ लीजिए महागठबंधन की सुगबुगाहट और ये मौत इनके सम्बन्ध    ……

उत्तर प्रदेश चुनाव की पटकथा लिख दी गई है PK के द्वारा   ……..

जैसे बिहार के पहले एक लाश पर लिखी गई और उसके पहले दिल्ली में गजेंद्र की लाश पर….
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अब आप सभी के ध्यानार्थ  भूतपूर्व सैनिक रामकिशन ग्रेवाल का सच —

*क्या सैनिक कभी आत्महत्या कर सकते है ?*….

1. रामकिशन 2004 में सेना से सेवानिवृत्त होकर स्थानीय राजनीती में उतरे और कांग्रेस नेताओं से नज़दीकियों की बदौलत सरपंच बने।

2. 2004 से कांग्रेस शासन में उनकी पेंशन मात्र 13000 रूपये थी जो की मोदी सरकार में OROP के लागू होने के बाद 28000 हो गयी थी।

3. कांग्रेस से नजदीकी की बदौलत ही उन्हें सन् 2005 और 2008 में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किया गया, उन्हें ये पुरस्कार ODF (Open Defection Free) यानि गांव के हर घर में शौचालय बनवाने और खुले में शौच को पूर्ण रूप से बंद करने के कारण मिला।

4. सन् 2015 में सरकार के पास एक शिकायत आयी कि रामकिशन द्वारा किये गए दावे झूठे हैं और ऐसे में उन से पुरस्कार वापस लिया जाना चाहिए।

5. सरकार ने जब जांच करवाया तो पाया कि महज़ 15% घरों में ही शौचालय बनाये गए थे, जब्कि दावा 100% घरों में शौचालय बनाने का किया गया था जो की सिर्फ कागज़ों पर था हकीकत में नहीं।

6. जांच आगे बढ़ी तो पाया गया रामकिशन द्वारा फ़र्ज़ी बिलों का भुगतान किया गया है, इस पर सन् 2016 में सरकार ने रामकिशन को आरोपी बनाया।

7. रामकिशन अब सरकार को गुमराह करने, सरकारी खजाने को नुकसान पहुचाने, धोखाधड़ी करने, कूट रचित दस्तावेज़ तैयार करने के आरोपी बन चुके थे, ऐसे में उनका बचना लगभग असंभव था ।

8. रामकिशन ने ये घोटाला अकेले नहीं किया था बल्कि अपने बाकि के राजनितिक साथियों के साथ मिल कर इस घोटाले को अंजाम दिया था। जब उन सब को लगा की अब हम सब फंस जायेंगे तो उन्होंने रामकिशन को ये सुझाव दिया कि तुम ज़हर खाने का नाटक करो, हम सब तुम्हे बचा लेंगे (जैसा गजेंद्र को आश्वासन दिया गया था) लेकिन वे नेता और उनके हाईकमान  रामकिशन को ख़त्म कर उस केस को बंद करना चाहते थे जिसकी वजह से उनकी गर्दन फंस गयी थी ?
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एक अंतिम प्रश्न/जिज्ञासा—
क्या कोई सैनिक आत्महत्या कर सकता है ?

कौन थे वो लोग जो रामकिशन के साथ थे और फ़ोन पर पीछे से रामकिशन को बता रहे थे की क्या बोलना है ?
वो लोग किस राजनैतिक पार्टी के सदस्य या नेता है ?
क्या वो सब भी इस घोटाले में शामिल थे ?
तो क्या रामकिशन की हत्या में बड़े नेता भी शामिल हैं ?
क्या इन्ही बड़े नेताओं ने अपना नाम बचाने के लिए रामकिशन की बलि दे दी और उसे मौत के घाट उतार दिया ?

_एक सवाल है मन में,
क्या कोई सैनिक आत्महत्या कर सकता है ?

*सैनिक तो अंतिम दम तक लड़ने वाले होते हैं,* फिर भी अगर कोई सैनिक आत्महत्या किया तो वो असली सैनिक नही होगा या फिर कोई राज है …?

मेरी विनम्र अपील सभी देश भक्त सैनिकों, देशवासियों और आदरणीय प्रधान मंत्री — आदरणीय राष्ट्रपति जी से…

— कृपया निम्न बातों का सच सामने लाया जाये —
–आखिर यह सब कुछ क्यों और कैसे हुआ ??
–जब सीमा पर पाकिसत्सं द्वारा गोलीबारी जारी हैं, देश के आम लोग मारे जा रहे हैं तभी यह घटनाक्रम हुआ, आखिर क्यों ??
—क्यों इसे इतना बड़ा मुद्दा बना दिया गया ??
— क्या पंजाब और उत्तरप्रदेश के चुनावों को देखते हुए विरोधी दल ऐसा दुषकृत्य करने को मजबूर हुए।।
**** कृपया आप सभी ध्यान दें– देश की जनता को सच शीघ्र पता लगना चाहिए।।

4 COMMENTS

  1. सिकुलर देशद्रोही मीडीया राम कृष्ण को सैनिक की तरह पेश कर रही है. जबकि यह आभास हो रहा है कि शुरू में वे किसी अल्पकालीन सेवा में थे और बाद में सरकारी भवनों की सुरक्षा में बतौर चौकीदार नियुक्त हुए. काम मेस्तर का हो या चौकीदार का या सैनिक का या प्रधानमंत्री का मेरे मन में सभी के प्रति समान सम्मान है. लेकिन सिकुलर देशद्रोही मिडिया एक सेना के चौकीदार को एक सैनिक की प्रस्तुत कर ज्यादा धूर्त बनने की कोशिश तो नही कर रहा है.

    • क्या आप बता सकते हैं कि इन तथाकथित सिकुलर देशद्रोहियों की संख्या भारत में कितनी है?क्या ये सब वही लोग नहीं हैं,जिन्होंने नमो को वोट नहीं दिया था?इस हिसाब से यदि गणना की जाये तो वे भारत की जन संख्या के ६९% हैं.अगर वे सब मिल जाएँ ,तो आप जैसे ढोंगी राष्ट्र भक्तों का क्या होगा?

  2. तर्को को देखते हुए यह सन्देह होता है कि कांग्रेसीयों ने रामकृष्ण के बेटे के साथ मिल कर उसकी हत्या की थी. अरविंद केजरिवाल ने उसकी मौत के बाद उसके बेटे को 1 करोड़ दिया. क्या यह पहले से तय था कि तुम अपने बाप की हत्या करो और मैं तुम्हे 1 करोड़ दूंगा ? यह जांच का विषय है.

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