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गौरैया की चहक और फुदक की हिफाजत जरूरी - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
एम. अफसर खां सागर अभी कुछ साल पहले ही अम्मी जब सुबह के वक्त सूप में चावल को पछोरती और बनाती थीं तब छोटी-छोटी चिडि़या झुण्ड में चावल के छोटे टुकड़ों जिसे गांव में खुद्दी के नाम से जाना जाता है उसे खाने के लिए नुमाया हो जाती थीं। फुदक-फुदक…