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पूजनीय प्रभो हमारे......भाग-17 - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
राकेश कुमार आर्य वेद की बोलें ऋचाएं सत्य को धारण करें गतांक से आगे.... वेद की ऋचाओं में सत्य-धर्म का रस यूं तो सर्वत्र ही भरा पड़ा है, पर इस वेदमंत्र के ऋषि ने जितनी सुंदरता से सत्यधर्म का रस निचोडक़र हमें पिलाने का प्रयास किया है, वह अनुपम है।…