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ड्रामेबाजी छोड़ें, मन से स्वीकारें हिंदी... - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
सुशील कुमार 'नवीन' रात से सोच रहा था कि आज क्या लिखूं। कंगना-रिया प्रकरण ' पानी के बुलबुले' ज्यों अब शून्यता की ओर हैं। चीन विवाद ' जो होगा सो देखा जाएगा' की सीमा रेखा के पार होने को है। कोरोना 'तेरा मुझसे पहले का नाता है कोई' की तरह…