pravakta.com
राममंदिर के साइड इफेक्ट्स औऱ बुद्धिजीवियों का रुदाली रुदन - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
डॉ अजय खेमरिया भारत की संसदीय राजनीति में हिंदुत्व का अधिष्ठान क्षद्म सेक्युलरिज्म के भाड़ेदारों के लिए भयादोहित करने लगा है।क्या मानसिक रूप से यह तबका इतना कृपण हो चला कि उसके सन्तुलन पर भी सवाल उठने लगे? 5अगस्त की तारीख असल में चुनावी राजनीति के व्याकरण को बदल रही…