pravakta.com
शेरू का पुनर्जन्म ....!! - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
तारकेश कुमार ओझाकुत्ते तब भी पाले जाते थे, लेकिन विदेशी नस्ल के नहीं। ज्यादातर कुत्तेआवारा ही होते थे, जिन्हें अब स्ट्रीट डॉग कहा जाता है। गली - मोहल्लोंमें इंसानों के बीच उनका गुजर - बसर हो जाता था। ऐसे कुत्तों के प्रतिकिसी प्रकार का विशेष लगाव या नफरत की भावना…