pravakta.com
रिश्तेदार सुख में साथ होते दुःख में बेवफा हो जाते - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
---विनय कुमार विनायक अमीरी और गरीबी स्थाई पहचान नहीं होती है आदमी की आज का अमीर कल गरीब हो जाता फिजूलखर्ची अनाचार से आज का गरीब कल संपन्न हो सकता शिक्षा और संस्कार से! मगर आदमी गरीबों से अपनी करीबी रिश्तेदारी को भी छिपाता और अमीरों से दूर की रिश्तेदारी…