pravakta.com
आरक्षण
संदीप उपाध्याय आरक्षण नाम सुनते ही, एक भयानक अनुभूति जैसा लगता है, हो सकता है कि मेरे साथ इस आरक्षण के कारण कई मौके चले गए है इसलिए ऐसा लगता है, हालाकि ये सिर्फ एक आदमी की कहानी नहीं हो सकती, जब आप किसी को उठाते है तो साथ में…