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व्यंग्य: गधों ने घास खाना बन्द कर दिया है - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
रामस्वरूप रावतसरे शिक्षा ही अवसरवादी हो गर्इ है । मैं अपने घर में बैठा था कि हमारे घर के तथा कथित नीति निर्धारक चाचा चतरू ने दरवाजे पर आकर नोकिगं की । मै उठता उससे पहले ही मेरी बेगम ने उठ कर दरवाजा खोला और आदब की पाजिषन में आते…