सावन आया,उमंग लाया
उमड़ घुमड़ कर बदरा आये
जिससे मेरा जिया घबराये
काले बदलो ने आसमान घेरा
जिससे छाया पृथ्वी पर अँधेरा
अँधेरे में अब बिजली चमकी
जिससे मेरी बिंदिया दमकी
गरज गरज कर बदरा आये
पिया का कुछ संदेशा लाये
मैं बोली पिया का सन्देशा सुनाओ
बदरा बोले हमारे करीब तो आओ
अपने पिया का संदेशा सुन जाओ
मैं बोली किसी के करीब नहीं आती
दूर से ही उनका संदेशा सुनाओ
नहीं तो तुम अपने घर को जाओ
बदरा बोले पिया तुम्हारे आने वाले है
तुमको अब खुश करने वाले है
फिर नन्ही- नन्ही बूंदे बरसी
पिया दर्शन के लिए आँखे तरसी
फिर वर्षा रानी जोर जोर से बरसी
मैंने कहा तुम जरा थम के बरसो
पिया आ जाए तो जम कर बरसो