pravakta.com
कहो कौन्तेय-३ - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
मैंने आँखें बंद कर ली। सर्वप्रथम महर्षि दुर्वासा को प्रणाम किया, पश्चात प्रभात बेला में उगते हुए सूर्य की ओर दृष्टि उठाई और द्रूतगति