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स्वार्थ चेतना भी अस्वस्थ कर देती है - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
-ः ललित गर्ग:- कोरोना महामारी हमें बड़ी सीख दी है कि हम समाज एवं देश में एक साथ तभी रह पाते हंै जब वास्तविक प्रेम, निस्वार्थ भावना एवं संवेदना को जीने का अभ्यास करते हैं। उसका अभ्यास सूत्र है-साथ-साथ रहो, तुम भी रहो और मैं भी रहूं। या ‘तुम’ या…