ज़िन्दगी की कुछ सच्चाईयां

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मुश्किल नही कुछ इस दुनिया में,
तू जरा सी हिम्मत तो कर।
तेरे ख़्वाब बदलेगे हकीकत में,
तू जरा सी कोशिश तो कर।।

अगर कर नही सकता भलाई,
बुराई तो तू किसी की न कर।
देख रहा है सब ऊपर वाला,
कम से कम उससे तो तू डर।।

कोशिश करने से मुश्किल काम,
बेहद आसान हो जाते है।
अरमान है जो तेरे दिल में,
चुटकी में पूरे हो जाते है।।

करना है जो तुझे कोई काम,
वह जरा सोच समझ के कर।
जिंदगी है तेरी चार दिन की,
क्यो न इसे तू जल्दी से कर।।

हाथ पे हाथ अगर रख बैठा है,
तू दुनिया मे कुछ न कर सकता।
इन हाथो को खोल तो जरा,
हर मुश्किल को आसान बना सकता।।

कर देते है खोखला इंसान को,
जो दूसरे के सहारे जीता है।
खुद मेहनत तो करके देख,
कितना जिंदगी में मज़ा आता है।।

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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