शहादत का गीत - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
सत्ता ये खामोश रहे, खामोश नहीं हो सकता मैं, बलिदानों पर वीरों के, मौन नहीं हो सकता मैं, कैसे देखूँ, माता को अपनी आँखों का तारा खोते, बूढे बाप को बेटे की मैं, अर्थी का बोझा ढोते, कैसे देखूँ, बहना के आँसू को रक्षाबंधन में, विधवा को पल-पल मरते, मैं…