राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वितीय सरसंघचालक श्री माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य श्री गुरुजी सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। उनका चिंतन हिंदू समाज के लिए पाथेय है।सुप्रसिद्ध लेखक-पत्रकार श्री रमेश पतंगे ने उनके विचारों का सम्यक अध्ययन कर एक पुस्तिका तैयार की थी। हम इस पूरी पुस्तिका को प्रवक्ता के पाठक के लिए यहां प्रस्तुत कर रहे हैं।
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