पाकिस्तान में खड़ा हुआ राजनीति संकट गहराता जा रहा है। मुस्लिम लीग-नवाज के नेता और देश के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लाहौर में उनके अन्य सहयोगियों के साथ नजरबंद कर लिया गया है। वकीलों के साथ विरोध प्रदर्शन जारी रखने के ऐलान के बाद उन्हें नजरबंद कर दिया गया है।
मीडिया में आ रही खबर के मुताबिक पंजाब पुलिस ने नवाज शरीफ के साथ पूर्व क्रिकेटर व तहरीक-ए-इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान और जमात-ए-इस्लामी प्रमुख काजी हुसैन अहमद को भी नजरबंद किया है। इन नेताओं के घरों के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
पीएमएल-एन के प्रवक्ता अहसान इकबाल ने भी शरीफ को नजरबंद किए जाने की है। उन्होंने कहा है कि सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मियों ने नवाज शरीफ के आवास को घेर रखा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण और लोकतांत्रिक धारा के खिलाफ है। लेकिन इससे हमारे दृढ़ संकल्प पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने शनिवार रात शरीफ और उनके भाई को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य ठहराए जाने के फैसले पर सुप्रीम कार्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने का प्रस्ताव रखा था, जिसे शरीफ ने ठुकरा दिया था।
लाहौर में शनिवार रात एक जनसभा को संबोधित करते हुए शरीफ ने कहा था कि वे यहां इस बात की घोषणा करना चाहते हैं कि वकीलों का लांग मार्च इस्लामाबाद पहुंचने तक जारी रहेगा।