पंजाब में सोमवार को दिन भर हुई हिंसक घटनाओं के बाद सूबे के विभिन्न शहरों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हालांकि छिटपुट घटनाओं को छोड़कर हिंसा की कोई ख़बरें नहीं आ रही हैं। हालांकि, इस घटना में अब तक तीन लोगों के मारे जाने का समाचार आया है।प्रशासन ने जालंधर, फगवाड़ा और होशियारपुर में शाम को कुछ देर के लिए कर्फ़्यू में ढील देने का फ़ैसला किया है। घटना के बाबत राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने आज सर्वदलीय बैठक की। ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में डेरा सच खंड के संतों पर हमले के बाद सूबे के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे, जिसके बाद कर्फ़्यू लगाया गया था।
भीड़ को नियंत्रण में करने के लिए जालंधर में पुलिस को गोलियां चलानी पड़ी थीं जिसमें तीन व्यक्तियों की मौत हो गई। मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि जिन लोगों की जान गई है, उनके परिजनों को पर्याप्त मुआवज़ा दिया जाएगा। उधर मुख्यमंत्री ने पेशकश की कि संत रामानंद का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाए।
इससे पहले प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी पंजाब में भड़की हिंसा पर गहरी चिंता जताते हुए लोगों से शांति और संयम बरतने की अपील की थी।
विएना में हुए हमले में संत रामानंद की मौत हो गई थी और निरंजन दास गंभीर रूप से घायल हैं। हिंसक प्रदर्शन के बाद रेल यातायात अब भी सामन्य नहीं हो पाया है।
अफसोसजनक घटनाक्रम.