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सुरा; ना सुरा बुरी ना सुरी बुरा पीने की मजबूरी बुरी - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
---विनय कुमार विनायक सुरा; आदिसुरी विश्वमोहिनी के हाथ की जादूगरी सुरों के अमरत्व की आकांक्षा अमृता असुरों की वासनामयी जिजीविषा! सुरा; जिसे बांटा था आदिसुरी ने एक ही अमिय कलश से सुरों-असुरों में एक ही प्याला से जो बन गयी एक ही समय में सुरों का अमृत, असुरों की मदिरा!…