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टेलीविजन में स्त्री-मर्द का नया आख्यान - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
टेलीविजन ने समाज का मिजाज बदला है। सूचना और मनोरंजन की धारणा बदली है। किंतु इसके वैचारिक सरोकार नहीं बदले हैं।कार्यक्रम बदले हैं। चरित्र बदले हैं। तकनीकी प्रोन्नति हुई है। इसकी आमदनी बढ़ी है। चैनल बढ़े हैं। कलाकार, प्रस्तोता,एंकर,निर्देशक आदि सभी क्षेत्रों में तेजी से विकास हुआ है किंतु टेलीविजन…