वेब मीडिया की बढ़ती स्वीकार्यता

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आज वेब मीडिया की बढ़ती स्वीकार्यता निसंदेह सहज है क्योंकि दृस्य, श्रव्य, चित्र और लिखित संदेशो  के अनोखें समागम को प्रदर्शित करता हुआ सूचना  को रोचक और मनोरंजक बनाकर कम समय में अधिक लोगों तक जानकारी पहुँचाने का सबसे सरल माध्यम है वेब मीडिया ।  वेब मीडिया ने  ही आधुनिकता के इस दौर में परंपरागत संचार साधनों से ऊपर उठकर जन – संचार माध्यम को गतिमानता प्रदान कर नए आयाम तक पहुँचाया है।  यह ख़बरों के प्रभाव को प्रभावशाली रूप में प्रकाशित कर आम – जन तक पहुँचाने का प्रबल साधन है।  यदि सरल शब्दों में कहें तो डिजिटल भारत के सपने को सहेज कर साकार करने का सकारात्मक माध्यम है वेब मीडिया।   यह केवल तेजी से बढ़ता संचार का साधन मात्र नहीं अपितु नयी पीढ़ी के लिए संचार माध्यम की संजीवनी है।  इसकी बढ़ती स्वीकार्यता की अहमियत का राज है – सुगम उपलब्धता , अभिवयक्ति की स्वतंत्रता और प्रत्येक विषय पर अधिकाधिक जानकारी।

यदि तुलनात्मक दृष्टिकोण से देखें तो अख़बार और टीवी चैनलों पैर भौगोलिक सीमाओं कि बंदिश होती है।  ख़राब परिवहन साधनों के कारण आज भी देश के बहुत से इलाकों में अख़बार नहीं पहुँच पाता वहीँ उचित बिजली व्यवस्था न होने के कारण कई बार टेलीविज़न भी नहीं देख पाते और उपयोगी जानकारियों से वंचित रह जाते है।  एक बार यदि टेलीविज़न प्रसारण छूट गया तो उसके पुनः प्रसारण का इंतजार करना पड़ता है तो कई बार एक ही सूचना के लगातार प्रसारण से हम उबाऊ महसूस करने लगते है।  अख़बारों में भी शब्द सीमा के कारण विस्तृत जानकारी की अनुपलब्धता रहती है।  जबकि वेब मीडिया पर ऐसी कोई परेशानी नहीं है यह इन सब बंधनों से मुक्त होकर लगातार अपनी सेवा प्रदान करती है।  विश्व के किसी भी कोने से हम इंटरनेट द्वारा अपने क्षेत्रीय भाषा में भी समाचार प्राप्त कर सकतें है, जब चाहे अपने मनचाहे कार्यक्रम का ब्रेक फ्री मजा ले सकते है तथा अपने अनुरूप सूचना देख पढ़ व् सुन सकते है।  यहाँ जगह की कोई कमी न होने के कारण प्रत्येक विषय पर विस्तृत जानकारी भी मिल जाती है।  इस सब में तकनीकी विकास के अनुपम योगदान को भी नकारा नहीं जा सकता है —

” तकनीक जुडी जब मीडिया से , बन गया सहज यह संयोग

कोई कहीं भी किसी समय भी , कर सकता इसका उपयोग । ”

तकनीकी विकास के मजबूत आधार तले ही सस्ते दामों पर स्मार्ट फ़ोन्स उपलब्ध हो पाया तथा इंटरनेट का उपयोग बढ़ा है , जिसने क्रांतिकारी रूप में मीडिया के स्वरुप को बदला और वेब मीडिया के क्षेत्र को व्यापक किया है।   मोबाइल द्वारा आज हम किसी भी समय, किसी भी स्थान पर, किसी भी अवस्था में इंटरनेट का उपयोग कर समाचार का लुफ़्त उठा सकते है। मोबाइल ने वेब मीडिया के अस्तित्व को सुदूर इलाकों तक स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह इसकी सुगम उपलब्धता का ही प्रभाव है की जब हमारे माननीय प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र में अपने प्रभावशाली वक्तव्य के द्वारा भारत के महिमामंडित गौरव को बढ़ा रहे होतें है ठीक उसी पल हम अपने देश में बैठकर भारतीय होने का गर्व महसूस करते हैं।

“रख सकते सब बात है अपनी, अब स्वतंत्र भाव से

संभव हो पाया है यह सब, वेब मीडिया के प्रादुर्भाव से ”

वेब मीडिया अभिव्यक्ति कि स्वतंत्रता के परिचायक के रूप में उभरा है , इसने प्रत्येक व्यक्ति को अपने विचारों को सशक्त रूप से प्रदर्शित करने का सुअवसर दिया है। इसके माध्यम से हम अपने विचारों को स्वतंत्र भाव से प्रस्तुत करने में सक्षम हैं। किसी अख़बार में अपने लेख प्रकाशित करवाने के लिए हमें पत्राचार का सहारा लेना पड़ता है, जो की बहुत जटिल और धीमी प्रकिया है। इसके बाबजूद भी लेख छपने की कोई गारंटी नहीं होती है तथा किसी भी विषय पर हम तत्क्षण अपनी राय नहीं रख पाते है। परंतु वेब मीडिया ने इसे सरल, तीव्र और प्रभावकारी रूप में कर दिखाया है। यह हमें फीडबैक ऑप्शन की सुविधा भी देती है , जिसके द्वारा हम प्रत्येक खबर पर अपने विचार व्यक्त कर पाते हैं और इसके प्रकाशित होने की भी गारंटी शत-प्रतिशत है। यह सूचना प्रणाली में हमारी महत्ता का सुखद एहसास कराती है। इसका जीवंत उदाहरण हमारी सरकार द्वारा उपलब्ध करायी गई वेबसाइट ‘www.mygov.in‘ है जिसपर हम सरकार की नीतियों पर अपने सुझाव देकर शासन में सीधी भागीदारी साबित करते हैं।

अब सभी अख़बार तथा टीवी चैनल भी अपनी वेबसाइट का संचालन करते हैं। ऐसे में विभिन्न अख़बारों और टीवी चैनलों की उपलब्धता हमें बिना कोई अतिरिक्त खर्च किये अपने मनचाही भाषा में खबर पढ़ने का उपयोगी विकल्प दे देती है। वहीँ प्रत्येक विषय पर विस्तृत जानकारी भी प्राप्त हो जाती है। जानकारियों की बहुतायत के साथ – साथ ख़बरों को मनोरंजक रूप में प्रदर्शित करने की विशिष्ट शैली ने इसको और भी आकर्षक बना दिया है। पारंपरिक सूचना पद्धति से आगे यहाँ प्रत्येक विषय की उपलब्धता है चाहे वह खेल, मनोरंजन, विज्ञान या पर्यटन ही क्यों न हो।

यदि इसके व्यापारिक महत्व को देखें तो इंटरनेट एडवरटाइजिंग ब्यूरो के अनुसार इंटरनेट विजापन का बाजार ६०% की तेज़ी से लगातार बढ़ता जा रहा है। समाचारपत्रों पर जगह की कमी की वजह से विजापन और खबरों को निश्चित अनुपात में प्रकाशित किया जाता है अन्यथा पाठको की कमी का डर बना रहता है, वहीँ टीवी चैनलों पर विज्ञापन प्रसारण के लिए ट्राई ने समय सीमा तय कर रखी है जिससे विज्ञापन प्रसारण दर महंगा हो गया है। ऐसे में विज्ञापनदाताओं के पास इंटरनेट विज्ञापन एक सुगम माध्यम है। हालांकि इस सब के बाबजूद भी वेब मीडिया द्वारा प्रकाशित ख़बरों की सत्यता पर सवाल उठते रहे हैं, इसका एक कारण समय से वेबसाइटों का अपडेट न होना है। फिर भी आज इसकी बढ़ती स्वीकार्यता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।

वर्तमान भारत विश्व में सबसे अधिक इंटरनेट का उपयोग करने वाले देशों की सूची में तीसरे स्थान पर है, अतः इस बात की प्रमाणिकता इससे ही मिल जाती है की भारत में आये दिन वेब मीडिया कैसे लोगों की दिनचर्या का एक अभिन्न अंग बनता जा रहा है। वेब मीडिया ने स्वयं को

ग्लोबलाइज़ेशन का महत्वपूर्ण औज़ार के रूप में प्रतिष्ठित पहचान दिलाई है। आज इसने मनुष्य के व्यस्ततम जीवन की जटिलता को एक माउस क्लिक मात्र में सहेज दिया है।

” मीडिया के इस वेब रूप ने, है प्रकाश ज्ञान का फैलाया

संचार क्रांति लाकर जग में, सूचना पाना आसान बनाया। ”

 

 

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