करवाचौथ पर बीबी की फरमाईशे

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रखती हूँ व्रत बस तुम्हारी ही ज्यादा उम्र के लिये
बस करवांचौथ पर इतनी फरमाईश पूरी कर दीजिये

हो गई साड़िया बहुत पुरानी फैशन भी बदल चूका
बस एक साडी नये फैशन सुंदर सी दिला दीजिये

हो गया सोने का सेट पुराना ऐसा पहनता कोई नहीं
बस एक हीरो का हार करवांचौथ पर दिलवा दीजिये

जाना है ब्यूटी सैलून थोडा सा मेकअप कराने के लिये
बस एक दो हजार को नोट मेरे पर्स में डाल दीजिये

हो गये है आउट ऑफ़ डेट क्रीम पाउडर लिपिस्टिक मेरे लिये
बस लेटेस्ट ब्रांड की नई क्रीम पाउडर लिपिस्टिक दिलवा दीजिये

हो गया परेशान बेचारा पति इतनी फरमाईशे पूरी करने के लिये
बोला,मै भी पुराना हो चुका हूँ बस एक नया पति ढूँढ लीजिये

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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