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ये दुनिया तो सिर्फ मुहब्बत - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
बीते कल से सीख लिया आने वाले कल का स्वागत, बीते कल से सीख लिया नहीं किसी से कोई अदावत, बीते कल से सीख लिया भेद यहाँ पर ऊँच नीच का, हैं आपस में झगड़े भी ये दुनिया तो सिर्फ मुहब्बत, बीते कल से सीख लिया हंगामे होते,…