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तब मिलेगी मुक्ति जातिवाद से - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
---विनय कुमार विनायकआरक्षण शब्द घृणित हो चुका शब्द हरिजन सा,मगर छुपके छुपाके सबको चाहिएआरक्षण पिछड़े, आदिवासी, हरिजन के जैसा! अब आरक्षण मिला संपूर्ण भारत जन को,हरिजन-अंत्यज, पिछड़ेजन,अर्थहीन से समग्र ब्राह्मण जाति तक को! जब से आरक्षण ब्राह्मण को मिला,तब से उपाधि ‘हरिजन’ ‘राम' जैसे आरक्षित शब्दघृणित नहीं और पूर्वाग्रह मुक्त…