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जिंदादिल कथाकार मार्कण्डेय नहीं रहे - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
आज सुबह मार्क्सवादी आलोचक अरुण माहेश्वरी का फोन आया और बताया कि भाई मार्कण्डेय नहीं रहे। सुनकर धक्का लगा और बेहद कष्ट हुआ, विश्वास नहीं हो रहा था भाई मार्कण्डेय का मौत हो गयी है। अभी कुछ दिन पहले ही अरुण-सरला माहेश्वरी उन्हें अस्पताल जाकर देखकर आए थे और दो…
जगदीश्‍वर चतुर्वेदी