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ये है दिल्ली मेरी जान - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
लिमटी खरे वो थे राष्ट्रपिता ये हो सकते हैं राष्ट्रपति महात्मा गांधी ने सादगी के साथ गोरे अंग्रेजों को देश से खदेड़ दिया था। अब किशन बाबूराव हजारे ने देश के काले अंग्रेजों को अपनी सादगी के सामने झुका दिया है। महात्मा गांधी को समूचा देश आज नमन कर रहा…