नैनों की भाषा पढ़ना - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
क्या इतना सहज सरल है! शून्य भाव का संवर्धन , अंकित मनः पटल पर , निःस्वार्थ भाव से अटल खड़ा, चलायमान अबिराम अतुल, सर्वथा सर्व भौम भावना , प्रेरणा है नहीं गरल है ! नैनों की भाषा पढ़ना, क्या इतना सहज सरल है ! अक्षहर् आदि अनादि अनामय , गंध…