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‘वेदालोचन के बिना संस्कृत शिक्षा व मनुष्य जीवन व्यर्थ है - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
ओ३म् मनमोहन कुमार आर्य कहा जाता है कि ज्ञान की पराकाष्ठा वैराग्य है। इसका अर्थ यह लगता है कि जिस व्यक्ति को जितना अधिक ज्ञान होगा वह उतना ही अधिक वैराग्य को प्राप्त होगा। अब विचार करते हैं कि एक व्यक्ति के अन्दर ज्ञान बहुत ही कम है। इस पहली…