बड़े ही अच्छे होते हैं हुनर वाले लोग

—विनय कुमार विनायक
बड़े ही अच्छे होते हैं हुनर वाले लोग,
बड़े ही सच्चे होते हैं हुनर वाले लोग!

हुनरमंद अपने हुनर के दम पर जीते,
हुनर वाले अपने हुनर पे कुर्बान होते!

हुनर बाज झूठे व दगाबाज नहीं होते,
हुनर बाज मानवता की आवाज होते!

हुनर वाले हुनर के लिए समर्पित होते,
वे अपने हुनर स्वदेश को अर्पित करते!

हुनर वाले अमन चैन पसंद इंसान होते,
वे मरने मारने की बातें कभी ना करते!

हुनर वाले मानवता के खूनी नहीं होते,
वे जुनूनी आत्मविश्वासी ईमान के होते!

हुनर वाले अपने हुनर का रियाज करते,
हुनरमंद हुनर दिखाते दगाबाज ना होते!

हुनरमंद संस्कृति को हुनर में साज देते,
वे गलत कर्म में समय नहीं बर्बाद करते!

हुनर कुदरत का बख्शा गया इनाम होता,
मनुज में हुनर बोना ईश्वर का काम होता!

हुनर वाले शख्स पर रब की इनायत होती,
हुनर वाले को हुनर से ही इज्जत मिलती!

किसी को रब ने गीत गाने का हुनर दिया,
किसी को वाद्ययंत्र बजाने का हुनर मिला!

कोई चित्रकार मूर्तिकार कलाकार हो जाता,
कोई-कोई खेल के मैदान में हुनर दिखाता!

कविता लेखन सूक्ष्म कलात्मक हुनर होता,
कवि मनुज को रब बनाने का हुनर रखता!

हुनर वाले धर्म-मजहब के गुलाम नहीं होते,
हुनर वाले हुनर से मानवता का पैगाम देते!
—-विनय कुमार विनायक

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