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गांव - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
ए अम्मा तनिक ठहर जाबहुत धूप लग रही है।।।दो दिन से कुछ खाने को दिया नही,बस चलाये जा रही है।।। कभी पटरी, कभी मेड़,कभी सड़क, कभी कीचड़।। कुछ देख भी रही है???? पैर के छाले तो देख लेअरे मेरी ताकत नहीं बचीअब मत दौड़ा माँ।।। बापू तो बावला हो गया…