हाल ही मे जारी ब्रिटेन की संस्था आक्सॅफाम की रिपोर्ट ने सारे विश्व मे
जैसे हडकम्प मचा दिया हो।रिपोर्ट मे बताया की पूरे विश्व की आधी आबादी की
दौलत केवल 62 लोगों के पास हैं ।
इस तरह स्पष्ट रूप से पता चलता है कि दुनिया मे जो गरीब है वह और गरीब
होता जा रहा है और जो अमीर तबके के लोग है वे और अमीर होते जा रहे हैं ।
अगर आकडो पर नजर डाले तो हम देखते है कि वर्ष 2010 मे 388 लोगों की
सम्पत्ति दुनिया की आधी आबादी की दौलत के बराबर थी, लेकिन जैसे जैसे अब
साल बढ़ते जा रहे है इन रसुखदारों की संख्या लगातार कम होती जा रही हैं
-2011मे 177,2012मे 159, 2013मे 92 ,2014मे 80 और अब 2015-16 मे मात्र 62
लोग ????
अगर ऐसा ही चलता रहा तो वह दिन दुर नहीं होगा जब चंद मुट्ठी भर लोग सारी
दुनिया पर अपना राज करेंगे ।
यहाँ तक की सरकार और शासक भी उन्ही के इशारों पर चलेगी।
तो सोचने वाली बात है कि कैसे इनकी आय इतनी ज्यादा बढ़ रही है जिसके कारण
अमीर और गरीब मे जमीन आसमान का अंतर आ रहा हैं । विश्व बैंक की रिपोर्ट
के अनुसार दुनिया मे अब भी 70% लोग घोर गरीबी मे जी रहे हैं उनकी आय
128रू प्रतिदिन से कम हैं ।और यही विषमता आर्थिक विकास के मार्ग मे रोढा
बन रही हैं ।अगर जल्द ही इस समस्या पर विचार नही किया गया तो वह दिन दुर
नहीं जब चंद लोग पूरी दुनिया को कहते फिरेगे की -“हम डाल-डाल,तुम
पात-पात”।
पंकज कसरादे”बेखबर”