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क्या पाया प्रेम करके - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
कोई पूछे अगर मुझसेक्या पाया?प्रेम करके,सहज कह दूंगा! वहीं ढेर सारी यादेंजो अक्सर रह जाती हैंएक प्रेमी के पास! कई दिवा स्वप्नजो दिवा स्वप्न ही रहेसाकार ना हो सके! कुछ किरचें वेदनाओ कीचुभी हैं अब तकरिस रही है मवाद जिनसे! टूटा हुआ दिलजो धड़कता था वफादारी सेप्रेम ही के लिएदम…