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हम दूसरों को अपने हिसाब से क्यों चलाना चाहते हैं ? - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
इक़बाल हिंदुस्तानी ऐसा चूंकि संभव ही नहीं जिससे टकराव व हिंसा बढ़ रही है! लियो टॉलस्टाय ने कहा है कि हर आदमी दुनिया बदलने की तो सोचता है लेकिन खुद को बदलने की नहीं । एक बात हम सबकी ज़िंदगी में कॉमन है। वह यह है कि हम खुद से…