फल्गु के बिना क्या मिल पायेगी हमारे पूर्वजों को मुक्ति? - प्रवक्ता.कॉम - Pravakta.Com
सतीश सिंह सदियों से सभ्यता का विकास नदियों के किनारे होता रहा है। नदी के बिना जीवन की कल्पना असंभव है। बावजूद इसके नदियों की मौत पर हम कभी अफसोस जाहिर नहीं करते। जबकि उनकी मौत के लिए सिर्फ हम हमेशा से जिम्मेदार रहे हैं। कभी हम विकास के नाम…