महिला दिवस

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महिला दिवस आज है,सुनो पवन कुमार।
बल बुद्धि विद्या ये देवे,हरे क्लेश विकार।।

महिलाओं ने किया है,तीनों लोको मे नाम उजागर।
इन्हीं के कारण से पार होता सब का ये भवसागर।।

महिलाओं ने बनाए हैं विश्व में अनेकों कीर्तिमान।
उनको मिलते रहते है,विश्व में अनेकों ही सम्मान।।

महिलाए नहीं होती ये पुरुष भी कभी न होता।
इस सृष्टि मे आज इतना जीवन आदि न होता।।

महिलाओं के कारण ही सब रिश्ते नाते बनते।
चाची मामी ताई भाभी इन्हीं से ही सब बनते।।

महिलाओं के बिना न चले गृहस्थ की गाड़ी।
पुरुष अकेला चला नहीं सकता है ये गाड़ी।।

महिला हर क्षेत्र में,पुरुषों से रही हैं बहुत आगे।
शिक्षा के क्षेत्र में रही हैं, हमेशा आगे ही आगे।

लक्ष्मी पार्वती सरस्वती सभी महिलाओं के नाम।
ब्रह्मा विष्णु महेश संग करती सृष्टि का ये निर्माण।।

महिलाओं ने बनाई है अनेकों इस जग में पहचान।
बहन बेटी मां सास बहु आदि है इनके सब नाम।।

महिला शक्ति की दाता है,करती सबका उपकार।
प्रभु कैसे वयक्त करे ,इनका हम सब ये आभार।।

आर के रस्तोगी

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आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

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