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यदुकुल शिरोमणि भगवान कृष्ण - प्रवक्‍ता.कॉम - Pravakta.Com
---विनय कुमार विनायकयदुपति कृष्ण की वही गति थीजैसी है पिछड़ों की आजमहा मनस्वी यती-तपी थे,गीता के अमृत वाणी थे,किन्तु तुम्हारी घृणा भाव से,वे भी पानी-पानी थे!तुममें से किसी सहृदय नेउनका अग्रपूजन किया थालगे हाथ तुमने हीउन्हें सौ-सौ गालियां दी थी!आखिर क्या करते,करने चले थे सम्मानितस्वदलित पिछड़े बांधवों कोपर क्या स्वयं…