मोदी का पौधा रोपण है योगी

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नरेंद्र दामोदर दास मोदी ये नाम आज कौन नहीं जानता देश दुनिया सब हैरान हैं विपक्ष परेशान है ऐसे में यूपी में योगी की ताज पोशी कोई एक्सपेरिमेंट नहीं बल्कि एक सोचा समझा कदम जान पड़ता है या यूँ कहें की योगी मोदी का पौधा रोपण है तो भी शायद गलत नहीं होगा इस साहस पूर्ण कदम से मोदी ने शायद कुछ दूर की सोची जान पड़ती है जानकार मानते हैं की जब तक है जान तब तक मोदी देश के लिए काम करना चाहते हैं और अधूरे कामो को पूरा करने का जिम्मा अपने जैसे ही कर्मवीर योगी को सौंप देना चाहते हैं बशर्ते यूपी की गद्दी पर बैठे योगी खुद को साबित करदें तब , ये बात किसी तरह से भी आधिकारिक तो नहीं कही जा सकती लेकिन कयास जरूर लगाए जा सकते हैं और ये कयास लग भी रहे हैं दरअसल यूपी में योगी की लोकप्रियता और उनकी बेबाक छबि कुछ एसे ही परिलक्षित भी करती है भाजपा भी अब पूरी तरह से बदल गयी है जो चुनाव में हर हाल जीतना ही चाहती है या यूँ कहें की नयी भाजपा अब अपनी नीति स्पस्ट कर देना चाहती है बह ये की हिन्दू वादी विचारधारा पर ही आगे बढ़ते हुए सबका साथ सबका विकास करके कुछ करने का दम भी भर्ती दिखती है पार्टी जनता के बीच अपनी अलग पहचान बनाने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रही है और यूपी में जीत के साथ ही उसके ये मंसूबे कामयाब भी होते दिख रहे हैं लेकिन आने वाले कुछ चुनाव बेहद चुनोती पूर्ण होंगे इसमें कोई शंशय नहीं है ,जिसमे राजनैतिक दल ये बात भी भली भांति जानते है की दिल्ली की कुर्सी का रास्ता यूपी होकर ही जाता है यूपी में योगी को मोदी का पौधा रोपण कहने का अर्थ भी यही से समझा जा सकता है दरअसल योगी मोदी की ही तरह कई तरह के काम बिना रुके और थके कर सकते हैं यूपी में बतौर मुख्यमंत्री सफल हुए तो योगी की यूपी में दोबारा बापसी ये बात सिद्ध भी कर देगी गर ऐसा हुआ तो ? और ऐसा हो भी सकता बशर्ते योगी सबका साथ सबका विकास वाला मोदी मंत्र आत्मसात करते हुए उत्तरप्रदेश को उत्तम प्रदेश बंनाने की दिशा में कमर कस ले कुछ लोग अभी से ये भी कहते सुने जा सकते है की मोदी के बाद देश हित में बड़े और कड़े फैसले योगी ही ले सकते है मोदी योगी की ये जोड़ी और क्या कमाल करेगी ये तो फिलवक्त समय के गर्त में है लेकिन कहावत कही है की पूत के पांव पालने में ही नज़र आ जाते है और मोदी की दूरदृष्टि इन पांवों को भला न देख पाए ये हो भी कैसे सकता था मोदी ने योगी रुपी पूत के पांव पालने पालने में यक़ीनन देखे हैं तभी तो आज यूपी में योगी योगी और देश में मोदी मोदी की गूंज है यहाँ मैं बिलकुल स्पस्ट कर देना चाहता हूँ की देश में मोदी और योगी ही देश भक्त हैं और बाकि सब नेता देश द्रोही तो ऐसा कतई नहीं है बात इनके वैक्तित्व और कार्य प्रणाली की है जो लोगों को आकर्षित करती है और ये भी सच है की दूसरे नेताओं को खुद को ऐसा दिखा पाना फिलहाल तो आसान नहीं दिखता यूपी में योगी का जो आगाज़ हुआ है गर अंजाम भी कुछ यही रहा तो भाजपा ही नहीं सभी दलों के नेताओं को मोदी और योगी से प्रेरित होना ही होगा इतना ही नहीं देश के सभी प्रदेशों में मोदी और योगी सरीखे नेता कुर्सी पर जा बैठे तो अंज़ामे देश उत्तम होगा दरअसल नेताओ को ये भी देखना होगा की अब महज़ घोषणायों से कुछ नहीं होगा हालातों में बदलाव के लिए खुद को झोंकना जरूरी होगा देश बदलना चाहता है आगे बढ़ना चाहता है और बड़ी बात ये है की देश बहुत कुछ बिसारना भी चाहता है लेकिन आज भी मोदी के जहन में ये बात अक्सर आकर उन्हें बेचैन जरूर करती होगी की बढ़ती जिम्मेदारियों के बीच इतने योगी कहाँ से लायुं यही बजह है की ये कहा जा रहा है की मोदी का पौधा रोपण है योगी ,तभी तो कवि संतोष आनंद को भी लगता है की देश को आजादी के नए अफसानों की जरूरत है भगत.आजाद जैसे आजादी के दीवानों की जरूरत है….भारत को फिर देशभक्त परवानों की जरूरत है,,,,,
अतुल गौड़

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